Soybean MSP 2024 – प्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी का कार्य 25 अक्तूबर से 31 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा की अध्यक्षता में खरीदी कार्य के लिए उत्कृष्ट व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए संपन्न हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों के हित में कृत-संकल्पित प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने हमेशा किसानों की चिंता की है। इस अनुक्रम में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान करते हुए सोयाबीन का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 4892₹ रुपये निर्धारित किया गया है। प्रदेश के किसान सोयाबीन के मूल्य को लेकर काफी चिंतित थे। राज्य सरकार द्वारा सोयबीन के निर्धारित समर्थन मूल्य में वृद्धि के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति दी गई है
इंपोर्ट ड्यूटी को 0% से बढ़ाकर के 27.5 % कर दी
हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आज सोया तेल एवं सोया केक पर इंपोर्ट ड्यूटी को 0% से बढ़ाकर के 27.5 % कर दी है। इसका लाभ हमारे देश के सोयाबीन उत्पादक किसानों को मिलेगा, देश की सोया इंडस्ट्री को मिलेगा।
हम तेल एवं केक निर्यात कर पाएंगे, इसके माध्यम से सोयाबीन के दामों में बढ़ोतरी होगी। इस किसान हितैषी निर्णय के लिए हम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हैं।
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किसानों से समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी 25 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक की जाएगी
किसान पोर्टल पर 25 सितंबर से 15 अक्तूबर तक करवा सकेंगे पंजीयन
Soybean MSP – प्रदेश में किसानों से समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी का कार्य 25 अक्तूबर से 31 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा की अध्यक्षता में खरीदी कार्य के लिए उत्कृष्ट व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए संपन्न हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर मुख्य सचिव ने ली बैठक
मुख्य सचिव श्रीमती राणा ने बैठक में खरीफ कृषि उपज की समीक्षा करते हुए सोयाबीन खरीदी की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राजस्व विभाग को गिरदावरी का कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर 25 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक किसानों द्वारा रजिस्ट्रेशन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुविधाजनक रूप से करने के लिए कहा है।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी की एजेंसी मार्कफेड होगी तथा भंडारण की व्यवस्था स्टेट वेयरहाउसिंग कारपोरेशन और बारदाना की व्यवस्था मार्कफेड द्वारा की जायेगी।
खरीदी केंद्रों पर किसानों को सुविधा
किसानों से फेयर एवरेज क्वालिटी (एफएक्यू) की सोयाबीन खरीदी के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेंगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि खरीदी के दौरान केंद्रों पर किसानों को सुविधाजनक सुविधाएं और वातावरण दिया जाए।
E-Uparjan soybean MSP की प्रक्रिया के अंतर्गत 6 चरण आते है जिसके अंतर्गत किसान पंजीयन, किसान द्वारा स्लॉट बुकिंग,अनाज खरीदी,परिवहन,संग्रहण और भुगतान करने जैसी आदि प्रक्रिया शामिल है, जिससे की एक सुनियोजित योजना बनाई जा सके |
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Farming Jugaad – भारत के किसान सदियों से कृषि के क्षेत्र में नई-नई तकनीकों और जुगाड़ों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इन जुगाड़ों ने न केवल खेती की लागत को कम किया है बल्कि उत्पादन को भी बढ़ाया है। आइए जानते हैं ऐसे ही जुगाड़ों के बारे में जो किसानों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इन जुगाड़ों से प्रेरणा लेकर हम यह सीख सकते हैं कि थोड़ी सी रचनात्मकता और लगन से हम मुश्किलों का आसानी से समाधान ढूंढ सकते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई तरह-तरह के किसान भाई जुगाड़ लगाकर मशहूर हो जाते हैं और लोगों की तारीफ इकट्ठा कर लेते हैं। हाल ही में एक किसान भाई ने बहुत ही तगड़ा जुगाड़ लगाकर लहसुन काटने के टूल्स का आविष्कार किया है जो लहसुन काटने का काम आसानी से कर सकता है। यह टूल बहुत ही ज्यादा कारगर साबित हुआ हैं। साथ ही इसे खेतों के कई काम आसानी से किया जा सकते हैं। किसान भाई के वीडियो में जुगाड़ देखते हैं कि कैसे उन्होंने यह टूल का आविष्कार किया है।
जुगाड़ देख लोगों ने करि वाह-वाह
दोस्तों सोशल मीडिया की कई साइट्स पर इस वीडियो को शेयर किया गया है जिसके बाद लोग इस वीडियो को देख कर काफी ज्यादा हैरान रह गए हैं और किसान भाई की बहुत ही ज्यादा तारीफें भी कर रहे हैं। अन्य किसान भाइयों के भी यह जुगाड़ बहुत ही ज्यादा काम आया है जिससे वहां भी इन टुल का आविष्कार अपने घर पर ही कर रहे हैं और इसे उनके खेतों की कई समस्या दूर कर रहे हैं और वह आसानी से बहुत ही कम समय में काम कर पा रहे हैं। इस टुल से किसान भाइयों को बहुत ही फायदा हुआ है।
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सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892₹ प्रति क्विंटल निर्धारित
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि किसानों के हित में कृत-संकल्पित प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने हमेशा किसानों की चिंता की है। इस अनुक्रम में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान करते हुए सोयाबीन का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 4892₹ रुपये निर्धारित किया गया है। प्रदेश के किसान सोयाबीन के मूल्य को लेकर काफी चिंतित थे। राज्य सरकार द्वारा सोयबीन के निर्धारित समर्थन मूल्य में वृद्धि के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य सरकार के प्रस्ताव पर स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार का माना आभार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों के हित में लिए गए इस निर्णय के लिए केन्द्र सरकार का प्रदेश के अन्नदाताओं की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों की दशा और दिशा में परिवर्तन आएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों की मांग को देखते हुए समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी के संबंध में दर वृद्धि के लिए मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा गया था। इसमें समर्थन मूल्य 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 4892₹ रुपये करने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा गया। राज्य शासन के प्रस्ताव को केन्द्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
Neemuch Mandi lahsun Bhav 11 September: किसान भाइयों हमारी वेबसाइट कृषि-जानकार पर आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है किसान भाइयों कृषि-जानकार (www.krishijankar.com) वेबसाइट पर रोजाना मंण्डीयो के भाव अपडेट किए जाते हैं यदि आप रोजाना मंण्डीयो के भाव अपने मोबाइल पर देखना चाहते हैं तो कृषि-जानकार वेबसाइट को फॉलो अवश्य करें।
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Tata Dhruvi Gold Fertilizer : किसान भाइयों आज हम आपको ऐसे खाद के बारे में बताने वाले हैं जो किसानों के वरदान साबित हुआ है , जैसा कि हम जानते हैं कि पौधों को ग्रोथ करने के लिए कई प्रकार के न्यूट्रिशन की आवश्यकता होती है न्यूट्रिशन की आपूर्ति के लिए टाटा स्टील के द्वारा टाटा ध्रुवी गोल्ड (Tata Dhruvi Gold Fertilizer) लॉन्च किया गया है इस नए प्रकार के खाद का प्रयोग किसान भाई सभी प्रकार की फसलों में कर सकता है इसके उपयोग से किसान भाई केवल अच्छा उत्पादन ही नहीं बल्कि कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं कदं वर्गीय फसलों में भी किसान इसका उपयोग कर सकते हैं लहसुन बोते समय बेसल डोज में किसान खेत की तैयारी से पहले 50 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से इसका प्रयोग कर सकता है।
इसके पोषक तत्व अन्य उत्पादों की तुलना में पानी में जल्द घुलनशील नहीं होते हैं। ये धीरे-धीरे गलता है, जिससे पौधों को पर्याप्त मात्रा में माइक्रो न्यूट्रियंस मिल पाते हैं। किसानों का कहना है कि इस खाद से न सिर्फ उनकी फसलों के उत्पादन में 25 से 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, बल्कि खेती की लागत भी कम हुई है। इस उत्पाद को स्लैग से बनाया गया है स्लैग से बनी यह खाद फसलों से पैदावार बढ़ाने में मददगार साबित हुई है।
टाटा ध्रुवी गोल्ड (Tata Dhruvi Gold Fertilizer) कैल्शियम, सल्फर, सिलिका, मैग्नीशियम, लोहा, बोरान, मोलिब्डेनम सहित माध्यमिक माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और सूक्ष्म पोषक तत्वों का एक समृद्ध मिश्रण प्रदान करता है स्लैग से बनी ये खाद किसानों की पैदावार को बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है। इस नए खाद के इस्तेमाल से लहसुन, टमाटर, प्याज, गन्ना, शाक-सब्जी, सरसों, धान तथा गेहूं की खेती करने वाले किसानों की उपज और आमदनी बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि धुर्वी गोल्ड के इस्तेमाल से डीएपी व यूरिया की खपत 50 प्रतिशत तक कम हो गई है।
धुर्वी गोल्ड के फायदे (Tata Dhruvi Gold Fertilizer Benifits)
फसल की पैदावार में सुधार
जड़ वृद्धि को बढ़ाता है
पीएच संतुलन में सुधार करता है
रोग सुरक्षा में सुधार करता है
क्लोरोफिल उत्पादन को बढ़ाता है जिससे पत्तियों का हरापन बढ़ता है
पत्तियों की नोकों का पीलापन, रंग का खराब होना आदि रोकता है।
टाटा ध्रुवी गोल्ड डोज – Tata Dhruvi Gold Fertilizer Dose
50kg प्रति एकड़
विभिन्न पोषक तत्वों के कार्य
फसल में *आयरन* होगा तो इल्ली नही आएगी
फसल में *सल्फर* होगा तो फंगस नही लगेगा
फसल में *जिंक* होगा तो कोई भी वायरस का प्रकोप नही होगा
फसल में तांम्बा,*मैगनीज* होगा तो बैक्टीरियल ब्लास्ट जैसी बीमारी नही आएगी
फसल में *कैल्सियम* होगा तो रसचुसक कीट नही आएंगे
वर्तमान में मिट्टी की ऊपरी सतह में उक्त खनिज तत्व नही है इसीलिए फसलों में बीमारियाँ आ रही है। खनिज तत्वों की कमी से फसल की उपज भी गिरती है,जैसे
फसल में *बोरान कैल्सियम* नही होगा तो नई कोपलें नही आती और फूल नही आते है,फल फटते है।
फसल में *फॉस्फोरस* नही होगा तो पत्ते टेढ़े-मेढ़े हो जाते है,फसल की ऊँचाई नही आती है।
फसल में *पोटास* नही होगा तो फसल में कंसे नही आते,फल कम लगते है,फल छोटे रह जाते है।
फसल में *जिंक सल्फर* नही होगा तो फलो में स्वाद नही आता है।
Disclaimer :
किसान भाइयों आज इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको टाटा ध्रुवी गोल्ड के उपयोग एवं उसमें उपलब्ध पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी है, किसी भी प्रकार के खाद का प्रयोग करने से पहले अपने नजदीकी कृषि सलाहकार से सलाह अवश्य लें।
किसान भाइयों हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको कैसी लगी नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके अवश्य बताएं एवं इसी प्रकार की खेती-बाड़ी से जुड़ी जानकारी व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप को जॉइन अवश्य करें।
Soybean Procurement on MSP: केंद्र सरकार ने तीन राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलांगाना से एमएसपी सोयाबीन की खरीद करने का ऐलान किया है.
Soybean Procurement on MSP : सोयाबीन को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP पर खरीदेंगी सरकार, सोयाबीन किसानों को सशक्त बनाते हुए MSP में 91% की बढ़ोतरी की गई जो वर्ष 2013-14 में 2560 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर वर्ष 2024 25 के लिए 4892 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है महाराष्ट्र कर्नाटक और तेलंगाना इन तीन राज्यों में सरकार ने MSP पर सोयाबीन खरीदने का ऐलान किया है, सोयाबीन किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
सोयाबीन किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती
केंद्रीय नोडल एजेंसियों को समर्थन मूल्य योजना (PSS) के तहत किसानों के हितों की रक्षा हेतु केंद्र सरकार ने सोयाबीन की खरीद के लिए दिशा निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को वित्तीय सुरक्षा मिल सके एवं सोयाबीन की फसल बेचने में कोई कठिनाई न हो, MSP पर सोयाबीन की खरीद केंद्रीय नोडल एजेंसियों जैसे नेफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF) से होगी. किसानों को फसल बेचने में होने वाली कठिनाइयों से बचाने के लिए जरूरी प्रबंध किए गए हैं. कर्नाटक, महाराष्ट्र और तेलंगाना में एमएसपी पर खरीद शुरू होगी।
पिछले दो सालों में मध्य प्रदेश में सोयाबीन उत्पादन में कमी आने से मध्यप्रदेश पिछड़ गया था, वर्ष 2022-23 में मध्य प्रदेश 5.39 मिलियन टन के साथ दूसरे नंबर पर था, महाराष्ट्र 5.47 मिलियन टन उत्पादन के साथ प्रथम स्थान पर था और देश के कुल सोयाबीन उत्पादन में 42.12% का योगदान था. देश के कुल सोयाबीन उत्पादन में मध्य प्रदेश का योगदान 𝟒𝟏.𝟗𝟐% है. सोयाबीन का रकबा 𝟐𝟎𝟐𝟐-𝟐𝟑 की अपेक्षा 𝟐𝟎𝟐𝟑-𝟐𝟒 में 𝟏.𝟕% बढ़ा. मध्य प्रदेश का 𝟓.𝟒𝟕 मिलियन टन उत्पादन के साथ देश में पहला स्थान है. महाराष्ट्र, राजस्थान को पीछे छोड़ा, 5.47 मिलियन टन उत्पादन के साथ देश में पहला स्थान. भारत सरकार के जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश 5.47 मिलियन टन सोयाबीन उत्पादन के साथ पहले नंबर पर आ गया है.
सोयाबीन फसल के लिए कृषि सलाह
खरपतवार से सोयाबीन की फसल को बचाने के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. किसान खरपतवार नियंत्रण के लिए क्यूलोफोस 5 ई.सी. ,इमेजाथायापर 10 ई.सी. प्रति हेक्टेयर छिड़कें. पीला मोजेक रोग से प्रभावित पौधों को उखाड़ें और इमिडाक्लोप्रिड 250 मि.ली. का छिड़काव करें. फसल की सुरक्षा और बेहतर उत्पादन के लिए इन उपायों को अपनाएं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई तरह-तरह के किसान भाई जुगाड़ लगाकर मशहूर हो जाते हैं और लोगों की तारीफ इकट्ठा कर लेते हैं। हाल ही में एक किसान भाई ने बहुत ही तगड़ा जुगाड़ लगाकर मोकर सायकिल ट्राली का आविष्कार किया है जो मिनी ट्राली का काम आसानी से कर सकती है। यह ट्राली बहुत ही ज्यादा कारगर साबित हुई हैं। साथ ही इसे खेतों के कई काम आसानी से किया जा सकते हैं। किसान भाई के वीडियो में जुगाड़ देखते हैं कि कैसे उन्होंने यह ट्राली का आविष्कार किया है।
किसान भाई ने लगाया रामबाण जुगाड़
किसान भाई ने वीडियो में बताया है कि उन्हें यह ट्राली का आविष्कार खेतों में कई समस्याओं को दूर करने के लिए और कई कार्यों को पूरा करने के लिए बनाई हैं। इस ट्राली का आविष्कार इतना शानदार तरीके से किया गया है कि यह 10 क्विंटल के बराबर वजन लेजाने काम करता है। इस ट्राली से खेतों के कई काम आसानी से किये जा सकते हैं। इसे बहुत ही सारे काम बहुत ही कम समय में आप आसानी से पूरा कर सकते हैं।
जुगाड़ देख लोगों ने करि वाह-वाह
दोस्तों सोशल मीडिया की कई साइट्स पर इस वीडियो को शेयर किया गया है जिसके बाद लोग इस वीडियो को देख कर काफी ज्यादा हैरान रह गए हैं और किसान भाई की बहुत ही ज्यादा तारीफें भी कर रहे हैं। अन्य किसान भाइयों के भी यह जुगाड़ बहुत ही ज्यादा काम आया है जिससे वहां भी इन ट्राली का आविष्कार अपने घर पर ही कर रहे हैं और इसे उनके खेतों की कई समस्या दूर कर रहे हैं और वह आसानी से बहुत ही कम समय में काम कर पा रहे हैं। इस ट्राली से किसान भाइयों को बहुत ही फायदा हुआ है।
Neemuch Mandi lahsun Bhav 6 September: किसान भाइयों हमारी वेबसाइट कृषि-जानकार पर आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है किसान भाइयों कृषि-जानकार (www.krishijankar.com) वेबसाइट पर रोजाना मंण्डीयो के भाव अपडेट किए जाते हैं यदि आप रोजाना मंण्डीयो के भाव अपने मोबाइल पर देखना चाहते हैं तो कृषि-जानकार वेबसाइट को फॉलो अवश्य करें।
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Ujjain Mandi Holiday September Month: किसान भाइयों अगर आप उज्जैन मंडी में अपना माल बेचने आना चाहते हैं तो कृपया इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें, अवकाश सुचना अगस्त माह में उज्जैन मंडी में कितने दिन अवकाश रहेगा, व्यापारीसंघ उज्जैन मंडी प्रांगण द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर अगस्त माह में उज्जैन मंडी में 9 दिन का अवकाश रहेगा.
किसान भाइयों हमारी वेबसाइट www.krishijankar.com के माध्यम से हम आपको समय-समय पर मंडी अवकाश व मंडी भाव की जानकारी प्रदान करते हैं यदि मंडी से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी जैसे मंडी भाव, अवकाश सूचना आप अपने मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं.
Disclaimer: अवकाश सूचना व्यापारी संघ मंडी प्रांगण उज्जैन द्वारा दी गई सूचना के आधार पर पर है अवकाश में किसी भी प्रकारका बदलाव उज्जैन मंडी समिति द्वारा किया जा सकता है यदि आप मंडी प्रांगण में अपना माल बेचने जाते हैं तो अवकाश के बारे में उज्जैन मंडी मैं संपर्क अवश्य करें।
Today Mandi Bhav 5 September 2024: किसान भाइयों हमारी वेबसाइट www.krishijankar.com के माध्यम से हम आपको समय-समय पर मंडी अवकाश व मंडी भाव की जानकारी प्रदान करते हैं यदि मंडी से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी जैसे मंडी भाव, अवकाश सूचना आप अपने मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं.
आज के मध्यप्रदेश की प्रमुख मंडीयो के भाव इस प्रकार है।
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